यूं सूरज ढल रहा है, चांद के बहाने रात भर इस संग कौन जागेगा, रात क्या जाने यूं सूरज ढल रहा है, चांद के बहाने रात भर इस संग कौन जागेगा, रात क्या जाने
मेरी ज़िन्दगी में हर दिन गहरा रहा है वो कैसे मैं भूल जाऊं कभी मेरा रहा है वो मेरी ज़िन्दगी में हर दिन गहरा रहा है वो कैसे मैं भूल जाऊं कभी मेरा रहा है वो
अज्ञान का अंधकार मिटाकर, ज्ञान का दीपक जलाता है! अज्ञान का अंधकार मिटाकर, ज्ञान का दीपक जलाता है!
जो नजरों से गिर जाये उसे उठाना नहीं। जो नजरों से गिर जाये उसे उठाना नहीं।
हूँ गुड़िया तुम्हारी, मेरे मम्मी-डैडी, ना हारी, ना हारूँगी, जीवन सफर में। हूँ गुड़िया तुम्हारी, मेरे मम्मी-डैडी, ना हारी, ना हारूँगी, जीवन सफर में।
चमकता रहेगा तिरंगा ये झण्डा नमन हो नमन हो शहीदों को मेरा। चमकता रहेगा तिरंगा ये झण्डा नमन हो नमन हो शहीदों को मेरा।